नीति किसी को बाध्य नहीं करती
सुनीति या सुनियम
किसी को भी जबर्दस्ती करके
स्वयं का अनुसरण कराना नहीं चाहता;--
किन्तु जो मंगल चाहता है--
यदि वह अनुसरण करता है,
तो मंगल उसे नन्दित करेगा ही--
संदेह नहीं.
--: श्रीश्रीठाकुर अनुकूलचन्द्र (वाणी सं.-306 , चलार साथी)
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